गर्मियों का मौसम यानि कई प्रकार के इन्फेक्शन का खतरा। कैसे बचे इन इन्फेक्शन्स से?
गर्मियों का मौसम यानि कई प्रकार के इन्फेक्शन का खतरा। कैसे बचे इन इन्फेक्शन्स से? जानिए कुछ आसान से घरेलू उपाय जो आपको इन परेशानियों से निज़ाद दिलायेगे।
गर्मियों का मौसम यानि कई प्रकार के इन्फेक्शन का खतरा। कैसे बचे इन इन्फेक्शन्स से? जानिए कुछ आसान से घरेलू उपाय जो आपको इन परेशानियों से निज़ाद दिलायेगे।
क्या 21 दिन का लॉकडाउन बचा पाएगा भारत को? आज पूरी दुनिया एक ऐसी महामारी से जूझ रही है जिसका इलाज अब तक किसी के पास नहीं, सिर्फ एक ऐसा विकल्प बचा है जो आज भारत देश को बचा सकता है और वो है हम सबका अपने घर में रहना, 19 मार्च 2020 रात 8 बजे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी…
रिसर्च में यह साबित हुए है कि ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हैमरेज का खतरा सर्दियों में बढ़ जाता है। कुछ बातों का ध्यान रखकर ब्रेन हेमरेज और ब्रेन स्ट्रोक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
सर्दी बस आ ही गई है और हम सबने अपने गर्म कपड़े भी निकाल लिए हैं सर्दियाँ मतलब धूप में घंटो बैठना ,आग के पास बैठना और टेस्टी खाना और खूब शादियाँ। पर इन सब के साथ ही कई परेशानियाँ भी आती हैं, खासतौर पर हमारी त्वचा के लिए- रुखी –सूखी त्वचा , जलन, खुजली, हाथ पैरों का फटना आदि
प्राकृतिक समस्याएं जैसे की वातावरण में बदलाव, वायु और जल प्रदूषण कई बार ऐसी समस्याएं प्रतीत होती हैं जिनका निवारण अत्यंत कठिन मालूम पड़ता है लेकिन कुछ आसान अत्यंत सरल और काम खर्चीले तरीकों से अपने घर को प्रदुषण मुक्त बनाना संभव हैं। तो आइये गौर करते हैं कि किन तरीक़ों से अपने घर को कैसे प्रदुषण-मुक्त कर सकते हैं…
निपाह वायरस से ऐसे ही बच सकते हैं. पहली बार 1998 में मलेशिया के निपाह नाम के कस्बे में यह वायरस सूअर के जरिए फैला था। और इसने कई लोगों की जान ले ली थी। इसके बाद इस का प्रकोप सिंगापुर में हुआ था…
मोदी सरकार ने गुरुवार को पूर्व बजट में संपूर्ण परिवार का स्वास्थ्य बीमा अर्थार्थ हेल्थ इंश्योरेंस का ऐलान किया जिसके अंतर्गत देश के हर उम्र के गरीब तथा पिछड़े वर्ग के लोगों को हर बीमारी के लिए इलाज में आर्थिक सहायता मिलेगा।
जल्द से जल्द और सरल तरीके से वजन कैसे घटाएं? वजन घटाने के लिए इस डाइट चार्ट को छह दिन भोजन में शामिल करना चाहिए।हम आपको किसी एक दिन में आपके लिए कितना खाना आवश्यक है, उसकी जानकारी दे रहे हैं।
साल के अंत में मोदी का देश को तोहफ़ा; 2017 के आरम्भ होने से कुछ घंटे पहले माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश को संबोधित किया । इस संबोधन के बाद देश के कुछ वर्गों में तो ख़ुशी की लहर हैं लेकिन कुछ तबका ऐसा भी है जोकि खासा खुश नही है। कई लोगों का ये भी मानना है कि मोदीजी के द्वारा दिया गया भाषण आगामी सत्र में आने वाले बजट का एक ट्रेलर मात्र है…